LIC भारत का सबसे बड़ा बीमा प्रदाता है. कंपनी ने 1956 में मामूली उपस्थिति के साथ अपना संचालन शुरू किया. इसके बाद, इसमें केवल 5 ज़ोनल ऑफिस, 33 डिविज़नल ऑफिस और 212 ब्रांच और इसके कॉर्पोरेट मुख्यालय थे. लेकिन, LIC कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ गया. यह कई नई ब्रांच खोलती है.
1957 में, जीवन बीमा कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया का ₹ 200 करोड़ का नया बिज़नेस था, जिसमें 1969-70 तक बढ़कर ₹ 1,000 करोड़ हो गया. नए बिज़नेस में ₹ 2,000 करोड़ से अधिक होने में एक और दशक लग गया. आज, LIC 2,048 पूरी तरह कंप्यूटराइज़्ड ब्रांच के साथ काम करता है. इसमें 113 डिविज़नल ऑफिस, 8 ज़ोनल ऑफिस, 1,381 सैटेलाइट ऑफिस और कॉर्पोरेट ऑफिस हैं. इसका विस्तृत क्षेत्र नेटवर्क 113 विभागीय कार्यालयों को लिंक करता है और मेट्रो क्षेत्र नेटवर्क के माध्यम से शाखाओं को कनेक्ट करता है.
इस आर्टिकल में, आइए लेटेस्ट कॉर्पोरेट फाइलिंग के अनुसार LIC पोर्टफोलियो चेक करें और देखें कि महामारी के दौरान और निजी कंपनियों के उभरने के कारण कंपनी को क्या चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. इसके अलावा, हम LIC के डिविडेंड इतिहास और इंश्योरेंस मार्केट में इसके पुनर्गठित प्रभुत्व पर एक नज़र डालेंगे.