व्यापारिक गुच्छ व्यापार गतिविधि में "अस्थायी वृद्धि" को दर्शाता है. आमतौर पर, यह सरकारी नीतियों, अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं और बाजार में बाधाओं जैसे शॉर्ट-टर्म कारकों के कारण होता है. निवेशकों के लिए, ट्रेड बम्प को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आर्थिक स्थिरता और लेटेस्ट मार्केट ट्रेंड को दर्शाता है.
महत्वपूर्ण रूप से, हाल ही के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, आने वाले वर्षों में भारत का "व्यापार घाटा" कम होने की संभावना है. यह मुख्य रूप से प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम के विस्तार के कारण होता है. यह पहल घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करती है. इसके अलावा, भारत ने कई फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) लागू किए हैं, जिन्हें निर्यात को बढ़ावा देने की उम्मीद है. हाल ही में, एफटीए में मॉरिशस, ऑस्ट्रेलिया और UAE के साथ प्रवेश किया गया है.
इन सभी उपायों से व्यापार के रूप में कार्य करने और भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की उम्मीद है. इस आर्टिकल में, आइए ट्रेड बंप का अर्थ, इसके विभिन्न कारणों को समझते हैं, और देखें कि यह आमतौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था को कैसे बढ़ावा देता है.