पीएमएवाय ग्रामीण लिस्ट 2022-23
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई थी प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य क्रमशः पीएमएवाय-यू और पीएमएवाय-जी के तहत शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में सभी के लिए किफायती हाउसिंग सुलभ बनाना था. मूल रूप से 1985 में 'इंदिरा आवास योजना' के रूप में शुरू की गई यह स्कीम 2016 में वर्तमान सरकार द्वारा अपने 'सभी के लिए आवास (हाउसिंग फॉर ऑल)' के विज़न को साकार करने के लिए पीएमएवाय के रूप में फिर से शुरू की गई'.
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (पीएमएवाय-जी) का उद्देश्य सभी पात्र ग्रामीण घरों में पानी, बिजली और स्वच्छता की बुनियादी सुविधाओं के साथ पक्के घरों का निर्माण करना है. लाभार्थी इस ग्रामीण हाउसिंग स्कीम के तहत विभिन्न लाभ और सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं. यह जानकारी पीएमएवाय ग्रामीण लिस्ट पर उपलब्ध है.
पीएमएवाय ग्रामीण की विशेषताएं
पीएमएवाय-जी स्कीम की कई प्रमुख विशेषताएं हैं. ये हैं:
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हाउसिंग फोर ऑल
सरकार ने दो चरणों में 31 मार्च 2024 तक 2.9 करोड़ पक्की हाउसिंग यूनिट बनाने का लक्ष्य पूरा करने की योजना बनाई है. पहला चरण पूरा हो गया है, जबकि दूसरा चरण वर्तमान में चल रहा है.
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आर्थिक सहायता
पीएमएवाय ग्रामीण के तहत, मैदानी क्षेत्रों में रु. 1.2 लाख तक और पहाड़ी क्षेत्रों, उत्तर-पूर्वी राज्यों और कुछ अन्य क्षेत्रों में रु. 1.3 लाख तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है.
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लागत शेयरिंग
आवश्यक हाउसिंग यूनिट बनाने की लागत केंद्र और राज्य सरकारों के बीच 60:40 के अनुपात में साझा की जाती है. पूर्वोत्तर के राज्यों और जम्मू और कश्मीर जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में, यह अनुपात 90:10 होता है.
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शौचालयों के लिए सहायता
स्वच्छ भारत मिशन या किसी अन्य स्कीम के माध्यम से शौचालय बनाने के लिए लाभार्थी रु. 12,000 की सहायता प्राप्त कर सकते हैं.
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रोजगार लाभ
कम लागत वाली हाउसिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के अलावा, पीएम आवास योजना लाभार्थियों को मनरेगा के तहत 90-95 दिनों का रोजगार प्रदान करती है.
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हाउसिंग यूनिट का साइज़
घरों की न्यूनतम साइज़ या एरिया 20 वर्ग मीटर से बढ़ाकर 25 वर्ग मीटर कर दिया गया है.
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उधार लेने की सुविधा
किसी भी अधिकृत फाइनेंशियल संस्थान से रु. 70,000 तक के होम लोन का लाभ उठाया जा सकता है.
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घर की डिजाइन
लाभार्थी टोपोग्राफी, जलवायु, संस्कृति और अन्य हाउसिंग प्रैक्टिस के आधार पर अपने घर का डिज़ाइन चुन सकते हैं.
पूरे किए गए प्रोजेक्ट की राज्यवार नई पीएमएवाय ग्रामीण लिस्ट:
यहां प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के लिए आवंटित हाउसिंग यूनिट की एक कॉम्प्रीहेंसिव लिस्ट दी गई है; और अब तक पूरी की गई यूनिट की संख्या है.
राज्य/केंद्रशासित प्रदेश |
टारगेट |
पूरा किया गया |
पूरे होने का % |
आंध्र प्रदेश |
1,71,000 |
46,718 |
27.33% |
अरुणांचल प्रदेश |
18,721 |
209 |
1.12% |
असम |
5,16,000 |
2,30,000 |
44.67% |
बिहार |
21,89,000 |
8,82,000 |
40.3% |
छत्तीसगढ़ |
9,39,000 |
7,39,000 |
78.72% |
गुजरात |
3,35,000 |
2,03,000 |
60.48% |
गोवा |
427 |
25 |
5.85% |
झारखंड |
8,51,000 |
5,73,000 |
67.35% |
जम्मू और कश्मीर |
1,02,000 |
21,190 |
20.83% |
केरल |
42,431 |
16,635 |
39.2% |
कर्नाटक |
2,31,000 |
79,547 |
37.38% |
महाराष्ट्र |
8,04,000 |
4,03,000 |
50.13% |
मध्य प्रदेश |
22,36,000 |
15,24,000 |
68.15% |
मिजोरम |
8,100 |
2,526 |
31.19% |
मेघालय |
37,945 |
15,873 |
41.83% |
मणिपुर |
18,640 |
8,496 |
45.58% |
नागालैंड |
14,381 |
1,483 |
10.31% |
ओडिशा |
17,33,022 |
10,96,413 |
63.27% |
पंजाब |
24,000 |
13,623 |
56.76% |
राजस्थान |
11,37,907 |
7,43,072 |
65.3% |
सिक्किम |
1,079 |
1,045 |
96.85% |
त्रिपुरा |
53,827 |
26,220 |
48.71% |
तमिलनाडु |
5,27,552 |
2,19,182 |
41.55% |
उत्तराखंड |
12,666 |
12,354 |
97.57% |
उत्तर प्रदेश |
14,62,000 |
13,90,000 |
95.04% |
पश्चिम बंगाल |
24,81,000 |
14,22,000 |
57.33% |
अंडमान और निकोबार |
1,372 |
273 |
19.9% |
दमन और दीव |
15 |
13 |
86.67% |
दादर और नगर हवेली |
7,605 |
411 |
5.4% |
लक्षद्वीप |
115 |
3 |
2.61% |
पुदुच्चेरी |
0 |
0 |
0% |
पीएमएवाय-जी के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना बेहद सुविधाजनक और आसान है. पीएमएवाय का लाभ प्राप्त करने के इच्छुक लोग वेबसाइट पर सभी आवश्यक जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं और आवश्यक डॉक्यूमेंटेशन के साथ अपनी पात्रता चेक कर सकते हैं. पोर्टल पर पीएमएवाय लाभार्थी का स्टेटस भी आसानी से ट्रैक किया जा सकता है. बस ग्रामीण हाउसिंग स्कीम के विभिन्न पहलुओं का ध्यान रखें और आपके लिए यह प्रोसेस बहुत आसान हो जाएगी.
मैं पीएमएवाय ग्रामीण ऑनलाइन 2022 के लिए कैसे अप्लाई करूं?
इच्छुक उम्मीदवार इन आसान चरणों का पालन करके पीएमएवाय के लिए अप्लाई कर सकते हैं, लाभार्थी के नाम जोड़ सकते हैं या रजिस्टर कर सकते हैं:
- 1 देखें पीएमएवाय की आधिकारिक वेबसाइट
- 2 आवश्यक पर्सनल विवरण टाइप करें - लिंग, मोबाइल नंबर, आधार नंबर आदि
- 3 'खोजें/सर्च करें' बटन पर क्लिक करें और लाभार्थी का नाम, पीएमएवाय आईडी और प्राथमिकता खोजें
- 4 'रजिस्टर करने के लिए चुनें' पर क्लिक करें'
- 5 लाभार्थी का विवरण, मनरेगा जॉब कार्ड नंबर और स्वच्छ भारत मिशन नंबर दर्ज करें
- 6 अपना रजिस्ट्रेशन नंबर जनरेट करने के लिए 'सबमिट करें' पर क्लिक करें
पीएमएवाय-जी स्कीम के तहत लाभार्थी
पीएमएवाय-जी की लिस्ट में शामिल होने के लिए लाभार्थियों को कुछ सामाजिक-आर्थिक कारकों को पूरा करना होता है, जो प्राथमिकता निर्धारित करते हैं. इनमें शामिल हैं:
- परिवार में 16 से 59 वर्ष की आयु का कोई भी वयस्क मेंबर नहीं होना
- 25 वर्ष से अधिक आयु का कोई साक्षर मेंबर नहीं होना
- परिवार का नेतृत्व महिला कर रही हो और 16 से 59 वर्ष की आयु के बीच का कोई वयस्क मेंबर न हो
- विकलांग मेंबर वाले परिवार और कोई सक्षम वयस्क नहीं हो
- ऐसे परिवार, जिनके पास कोई जमीन/घर नहीं है और अधिकतर अनौपचारिक मजदूरी के माध्यम से कमाते हैं
- परिवार में पति/पत्नी और अविवाहित बच्चे शामिल हैं
पीएमएवाय-जी लाभार्थी लिस्ट क्या है?
- रु. 3 लाख तक की आय वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के परिवार
- अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति
- रु. 3 लाख से रु. 6 लाख तक की आय वाले कम इनकम ग्रुप (एलआईजी) परिवार
- रु. 6 लाख से रु. 18 लाख के बीच के सेलरी स्केल वाले मध्यम आय वर्ग (एमआईजी) परिवार
पीएमएवाय ग्रामीण लिस्ट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
पीएमएवाय-जी के तहत रजिस्टर्ड एप्लीकेंट निम्नलिखित तरीकों से रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ या उसके बिना पीएमएवाय ग्रामीण लिस्ट में आसानी से अपना नाम ऑनलाइन चेक कर सकते हैं:
चरण 1: आधिकारिक पीएमएवाय-जी वेबसाइट पर जाएं
चरण 2: होमपेज मेनू बार पर 'स्टेकहोल्डर्स' विकल्प पर स्क्रॉल करें
चरण 3: एक ड्रॉप-डाउन मेनू दिखाई देगा. 'आईएवाय/ पीएमएवायजी लाभार्थी' पर क्लिक करें
A) रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ
अगर आप अपने रजिस्ट्रेशन नंबर से लाभार्थी की लिस्ट चेक करना चाहते हैं, तो खाली फील्ड में रजिस्ट्रेशन नंबर टाइप करें और 'सबमिट करें' पर क्लिक करें'. अगर आपका नाम पीएमएवाय ग्रामीण लिस्ट में दिखाई देता है, तो आप संबंधित विवरण सत्यापित कर सकते हैं.
B) रजिस्ट्रेशन नंबर के बिना
अगर आप रजिस्ट्रेशन नंबर के बिना लाभार्थी की लिस्ट चेक करना चाहते हैं, तो इन चरणों का पालन करें:
- पेज के नीचे दाएं ओर दिए गए 'एडवांस्ड सर्च' विकल्प पर क्लिक करें
- निर्दिष्ट विवरण भरें - राज्य, जिला, ब्लॉक, पंचायत आदि
- आगे बढ़ने के लिए इनमें से कोई भी विवरण प्रदान करें - नाम, बीपीएल नंबर के साथ अकाउंट नंबर, सैंक्शन ऑर्डर, पिता/पति का नाम
- लिस्ट में अपना नाम खोजने के लिए 'खोजें/सर्च' पर क्लिक करें
चरण 1: पीएमएवाय ऑफिशियल पर जाएं पोर्टल
चरण 2: होम पेज पर 'आवाससॉफ्ट (Awaassoft)' के अंतर्गत 'रिपोर्ट' पर क्लिक करें
चरण 3: अब, 'सोशल ऑडिट रिपोर्ट' पर जाएं'
चरण 4: सत्यापन के लिए 'लाभार्थी विवरण' पर क्लिक करें
चरण 5: 'चयन फ़िल्टर' के तहत आवश्यक फील्ड चुनें'. वर्ष, स्कीम, राज्य, जिला, ब्लॉक और पंचायत चुनें.
चरण 6: कैप्चा कोड दर्ज करें. 'सबमिट करें' पर क्लिक करें'
पीएमएवाय-जी लिस्ट स्क्रीन पर दिखाई देगी. यह लिस्ट एक्सेल या पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड की जा सकती है.
सरकार ने मार्च 31, 2024 तक दो और वर्षों के लिए पीएमएवाय-जी या पीएमएवाय-आर स्कीम को बढ़ा दिया है. 2.95 करोड़ पक्की यूनिट के आधिकारिक टारगेट को प्राप्त करने के लिए बचे हुए 1.3 करोड़ घरों का निर्माण पूरा करने के लिए फाइनेंशियल सहायता प्रदान की गई है. नवंबर 2021 तक 1.65 करोड़ पीएमएवाय-जी घर बनाए गए हैं.
पीएमएवाय ग्रामीण के लिए केंद्र सरकार द्वारा रु. 2,17,257 करोड़ की कुल फंडिंग अप्रूव की गई है - केंद्र का अनुमानित शेयर रु. 1,25,106 करोड़ है, जबकि राज्य का शेयर रु. 73,475 करोड़ है.