जहां भारतीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां (CRAs) कंपनियों या संस्थानों द्वारा पेश किए गए निवेश विकल्पों की सुरक्षा या जोखिम का मूल्यांकन करती हैं, वहीं भारत में क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियां, जिन्हें आमतौर पर क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (CIBs) कहा जाता है, देश में उधारकर्ताओं से संबंधित क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट तैयार करती हैं. CIBs उधारकर्ताओं की क्रेडिट योग्यता और लोन पुनर्भुगतान क्षमता का मूल्यांकन करते हैं, ताकि लोनदाताओं को जोखिम का बेहतर आकलन करने में मदद मिल सके, जबकि CRAs निवेशकों की मदद करने के लिए संगठन की पेशकशों का मूल्यांकन करते हैं.
इन संस्थानों के बीच का अंतर इनके अर्थ और कार्यों में निहित है. आपको इस बारे में जानकारी होनी चाहिए क्योंकि दोनों ही आपकी फाइनेंशियल स्थिति के लिए महत्वपूर्ण हैं, चाहे वह तुरंत पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करना हो या निवेश करना हो.
भारत में क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी विभिन्न मेट्रिक्स और कारकों का उपयोग करके संस्थाओं को उनकी पुनर्भुगतान क्षमता के आधार पर उधारकर्ता के रूप में रेटिंग देती है. इन संस्थाओं में व्यक्तियों को शामिल नहीं किया जाता है, और रेटिंग में AAA, CCC, आदि जैसे अक्षरों की फॉर्म में दी जाती है. क्योंकि संगठनों द्वारा उधार ली गई राशि लाखों और करोड़ों में हो सकती है, इसलिए जो लोग इन संगठनों में निवेश करते हैं या उधार देते हैं, उन्हें तुलनात्मक रूप से अधिक जोखिम का सामना करना पड़ता है. इस प्रकार, इन क्रेडिट रेटिंग के द्वारा, निवेशक या लोनदाता इन संगठनात्मक उधारकर्ताओं के बारे में बेहतर निर्णय ले सकते हैं:
- राज्य सरकार
- स्थानीय सरकारी निकाय
- कंपनियां
- स्पेशल पर्पस एंटिटी
- गैर-लाभकारी संगठन
इन्हें भी पढ़े: अपना CIBIL स्कोर बेहतर बनाएं
भारत में क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों की सूची
- क्रेडिट रेटिंग इन्फॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ इंडिया लिमिटेड (CRISIL)
- इन्वेस्टमेंट इन्फॉर्मेशन एंड क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ऑफ इंडिया लिमिटेड (ICRA)
- क्रेडिट एनालिसिस एंड रिसर्च (CARE)
- ओनीडा इंडिविजुअल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ऑफ इंडिया (ONICRA)
- Fitch India
- Brickwork Ratings (BWR)
- SME रेटिंग एजेंसी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SMERA)
भारत में क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों के सामान्य कार्य इस प्रकार हैं:
- CRA संस्थाओं को लोन का भुगतान या भुगतान संबंधी दायित्वों को ठीक से पूरा करने की क्षमता के आधार पर रेटिंग देते हैं.
- CRA बैंकों, सार्वजनिक कंपनियों, NBFCs, माइक्रोफाइनेंस संस्थानों और म्यूचुअल फंड कंपनियों जैसे फाइनेंशियल संस्थानों द्वारा पेश किए गए फाइनेंशियल प्रोडक्ट की रेटिंग करते हैं. ये डेट इंस्ट्रूमेंट और शॉर्ट-टर्म इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट जैसे फिक्स्ड डिपॉज़िट, बैंक लोन, बॉन्ड और हाइब्रिड कैपिटल इंस्ट्रूमेंट को रेटिंग देते हैं.
- निवेश विकल्प की CRA-अप्रूव्ड क्रेडिट रेटिंग निवेशकों को सोच-समझकर निर्णय लेने में मदद करती है.
- CRA उद्योग और कंपनियां सहित समग्र अर्थव्यवस्था पर रिसर्च करते है और अपने सदस्यों को मूल्यवान विश्लेषण प्रदान करते हैं.
- CRA म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को जोखिम समाधान और फंड मूल्यांकन सेवाएं प्रदान करते हैं.
- CRA प्रमुख संगठनों और सरकार को पॉलिसी व नियामक संबंधी सलाह प्रदान करते हैं.
भारत में क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो
क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों के विपरीत, भारत में क्रेडिट ब्यूरो आपके जैसे व्यक्तिगत उधारकर्ताओं को आपकी क्रेडिट योग्यता और पुनर्भुगतान व्यवहार के आधार पर क्रेडिट स्कोर प्रदान करते हैं. वे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का मूल्यांकन करने के बाद तीन अंकों का क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट जनरेट करते हैं. इससे लोनदाताओं को उच्च जोखिम वाली अवांछित लोन एप्लीकेशनों को छांटने में मदद मिलती है. उदाहरण के लिए, भारत में Experian क्रेडिट स्कोर 300 से 850 के बीच है और CIBIL स्कोर की रेंज 300 से 900 तक है. दोनों ही मामलों में, आपका स्कोर जितना अधिक होगा, आपका फाइनेंशियल प्रोफाइल उतनी ही मज़बूत होगा.
भारत में क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो की लिस्ट
- Experian
- Equifax
- ट्रांसयूनियन CIBIL
इन्हें भी पढ़े: CIBIL स्कोर की गणना
भारत में क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो के सामान्य कार्य यहां दिए गए हैं:
- CIB व्यक्तिगत उधारकर्ताओं की क्रेडिट जानकारी की रिपोजिटरी हैं.
- CIB अपने सदस्यों को कम्प्रीहेंसिव रिस्क मैनेजमेंट टूल प्रदान करते हैं.
- CIB लोनदाताओं को उधारकर्ताओं के पोर्टफोलियो का रिव्यू प्रदान करते हैं, जिससे उन्हें उधारकर्ता के क्रेडिट व्यवहार और विभिन्न लोनदाताओं के साथ उनके पिछले या मौजूदा संबंधों का अध्ययन करने में मदद मिलती हैं.
लोनदाताओं को सपोर्ट करने के अलावा, क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियां व्यक्तिगत उधारकर्ताओं को उनकी क्रेडिट हेल्थ की निगरानी करने में भी मदद करती हैं. इसलिए, लोन के लिए अप्लाई करने से पहले, विशेष रूप से पर्सनल लोन जैसे अनसिक्योर्ड लोन के लिए, CIBIL से अपना क्रेडिट स्कोर चेक करें.
इन्हें भी पढ़े: CIBIL रिपोर्ट में सुधार
अस्वीकरण:
हांलाकि यहां शामिल या उपलब्ध जानकारी, प्रोडक्ट और सेवाओं को अपडेट करने में सावधानी बरती जाती है हमारी वेबसाइट और संबंधित प्लेटफॉर्म/वेबसाइट, जानकारी को अपडेट करने में अनुचित गलतियां या टाइपोग्राफिकल एरर या देरी हो सकती है. इस साइट और संबंधित वेबपेजों में शामिल सामग्री संदर्भ और सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए है और किसी भी असंगति की स्थिति में संबंधित प्रोडक्ट/सेवा डॉक्यूमेंट में उल्लिखित विवरण का पालन किया जाएगा. सब्सक्राइबर्स और यूज़र्स को यहां दी गई जानकारी के आधार पर आगे बढ़ने से पहले प्रोफेशनल सलाह लेनी चाहिए. कृपया संबंधित प्रोडक्ट/सेवा डॉक्यूमेंट और लागू नियमों और शर्तों को पढ़ने के बाद ही किसी भी प्रोडक्ट या सेवा के बारे में सोच-समझकर निर्णय लें. अगर कोई विसंगति दिखाई देती है, तो कृपया यहां क्लिक करें संपर्क जानकारी.
*नियम व शर्तें लागू