होम लोन लेने के लिए अधिकतम आयु-सीमा क्या है?

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होम लोन एक लंबी अवधि की फाइनेंशियल प्रतिबद्धता होती है और इसलिए निर्णय लेने से पहले सावधानीपूर्वक विचार करना जरूरी होता है. होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले, अपनी पुनर्भुगतान क्षमता का मूल्यांकन करना और सुविधाजनक रूप से पुनर्भुगतान की जा सकने वाली लोन राशि निर्धारित करना आवश्यक है.

भारत में होम लोन देने वाले हर लेंडर के पात्रता मानदंड अलग-अलग होते हैं. हालांकि, कुछ सामान्य मानदंडों में आयु, आय, क्रेडिट स्कोर, रोजगार की हिस्ट्री और प्रॉपर्टी की वैल्यू शामिल हैं.

वेतनभोगी एप्लीकेंट की आयु 23 से 62 वर्ष* के बीच होना चाहिए और स्व-व्यवसायी प्रोफेशनल की आयु 25 से 70 वर्ष के बीच होना चाहिए*.

*लोन मेच्योरिटी के समय आयु की अपर लिमिट को ही आयु माना जाता है.

अधिकांश लोग 60-65 वर्ष की आयु में रिटायर होते हैं, इसलिए भारत में लेंडर इसे होम लोन की अधिकतम आयु सीमा मानते हैं. आयु से उधारकर्ता की कमाई की क्षमता निर्धारित होती है और इसलिए, युवा एप्लीकेंट को लंबी पुनर्भुगतान अवधि की सुविधा मिलती है, जबकि अधिक आयु के एप्लीकेंट को सीमित होम लोन अवधि में एडजस्ट करना पड़ सकता है.
अधिकतम आयु के अलावा, होम लोन पात्रता मानदंड में मान्य एप्लीकेशन की न्यूनतम आयु भी शामिल है.

होम लोन के लिए अप्लाई करते समय आयु के अलावा सिबिल स्कोर और आपकी आय भी उतने ही जरूरी पैरामीटर हैं.

अतिरिक्त जानकारी: होम लोन की पात्रता की गणना कैसे करें?

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