लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग के लिए योग्यता और डॉक्यूमेंट

हमारे लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग के लिए अप्लाई करने की आवश्यक शर्तों को जानने के लिए आगे पढ़ें

योग्यता की शर्तें और ज़रूरी डॉक्यूमेंट

नीचे दी गई शर्तों को पूरा वाला कोई भी व्यक्ति हमारी लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग सुविधा के लिए अप्लाई कर सकता है.

योग्यता की शर्तें

  • राष्ट्रीयता: आपको भारत में रहने वाला भारतीय नागरिक होना चाहिए
  • न्यूनतम आयु: व्यक्तिगत आवेदक/ सह-आवेदक की आयु न्यूनतम 25 साल होने चाहिए, और गैर-फाइनेंशियल आवेदक (प्रॉपर्टी का मालिक) की आयु न्यूनतम 18 वर्ष होनी चाहिए
  • अधिकतम आयु: लोन की मेच्योरिटी के समय व्यक्तिगत आवेदक/ सह-आवेदक और गैर-फाइनेंशियल आवेदक की अधिकतम आयु 85 वर्ष होनी चाहिए.
    *सह-आवेदक की अधिकतम आयु 95 वर्ष तक मानी जा सकती है अगर उसकी 2nd पीढ़ी (कानूनी उत्तराधिकारी) का आवेदक, आयु की शर्तों को पूरा करता है और इस लोन संरचना में सह-आवेदक के रूप में शामिल है.
    *अधिकतम आयु सीमा के लिए लोन मेच्योरिटी के समय की आयु को ही देखा जाता है.
  • CIBIL स्कोर: लोन अप्रूव होने के लिए 725 या उससे अधिक का CIBIL स्कोर आदर्श है
  • पेशा: किराए की आय प्राप्त करने वाले स्व-व्यवसायी नॉन-प्रोफेशनल, स्व-व्यवसायी प्रोफेशनल और नौकरी पेशा ग्राहक

आवश्यक डॉक्यूमेंट्स

  • KYC डॉक्यूमेंट
    • पासपोर्ट
    • ड्राइविंग लाइसेंस
    • वोटर ID कार्ड
    • आधार
    • NREGA द्वारा जारी किया गया जॉब कार्ड
    • नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर द्वारा जारी लेटर
  • IT रिटर्न और बैलेंस शीट
  • पिछले 12 महीनों के बैंक अकाउंट स्टेटमेंट
  • लीज़ एग्रीमेंट पेपर

ध्यान दें: यह लिस्ट सांकेतिक है और आपकी वास्तविक लोन एप्लीकेशन के आधार पर बदल सकती है

लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग के लिए अप्लाई करने की चरण-दर-चरण गाइड

  1. हमारी ऑफिशियल साइट पर जाएं और अप्लाई करें के बटन पर क्लिक करें
  2. आवश्यक जानकारी के साथ एप्लीकेशन फॉर्म भरें
  3. 'सबमिट' बटन पर क्लिक करें

बस हो गया! आपकी एप्लीकेशन सबमिट हो गई है. हमारे प्रतिनिधि आपसे संपर्क करेंगे और आपको अगले चरणों के बारे में बताएंगे.

सामान्य प्रश्न

लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग की योग्यता कैसे तय की जाती है?

लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग (LRD) की योग्यता विभिन्न कारकों द्वारा निर्धारित की जाती है. इसके मुख्य कारकों में शामिल हैं , प्रॉपर्टी का किराया, लीज़ एग्रीमेंट की अवधि, किरायेदार की आर्थिक योग्यता, लोकेशन और प्रॉपर्टी का प्रकार. लोनदाता लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेशियो, डेट-सर्विस कवरेज रेशियो (DSCR), प्रॉपर्टी की वैल्यू, उधारकर्ता की आर्थिक स्थिरता और प्रॉपर्टी की आयु का भी आकलन करते हैं.

लीज़ रेंट डिस्काउंटिंग क्या है?

लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग (LRD) एक फाइनेंशियल प्रोडक्ट है जिसमें लोन की सिक्योरिटी के लिए भविष्य में मिलने वाली किराए की आय को गिरवी रखा जाता है. इस व्यवस्था में, प्रॉपर्टी का मालिक, जिसे किसी लीज़ की गई प्रॉपर्टी पर नियमित किराया मिल रहा है, वह किसी वित्तीय संस्थान से लोन लेने के लिए, अपने भविष्य में मिलने वाले किराए को गिरवी रखता है.

लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग के लिए मार्जिन क्या है?

लीज़ रेंटल डिस्काउंटिंग का मार्जिन, लोनदाता द्वारा मंज़ूर की गई लोन राशि, और कोलैटरल के रूप में दी गई प्रॉपर्टी के मूल्य या किराए के बीच के अंतर को दर्शाता है. इसे आमतौर पर एक प्रतिशत के रूप में होता है, जो प्रॉपर्टी की वैल्यू के उस भाग को दर्शाता है, जो लोन में शामिल नहीं होता.