लोन अगेंस्ट फिक्स्ड डिपॉज़िट (LAFD) एक फाइनेंशियल सुविधा है जिसमें आप अपना मौजूदा फिक्स्ड डिपॉज़िट बतौर कोलैटरल गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं. यह उन लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है जिन्हें तुरंत पैसे चाहिए पर जो समय से पहले अपना फिक्स्ड डिपॉज़िट तोड़ना नहीं चाहते हैं. इस लेख में हम फिक्स्ड डिपॉज़िट पर लोन की सुविधा के बारे में सारी ज़रूरी बातें जानेंगे.
यह कैसे काम करता है?
जब आप बजाज फाइनेंस के यहां अपने फिक्स्ड डिपॉज़िट पर लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो हम लोन राशि की सिक्योरिटी के रूप में आपके फिक्स्ड डिपॉज़िट का उपयोग करते हैं. लोन आम तौर पर फिक्स्ड डिपॉज़िट की वैल्यू का कुछ प्रतिशत होता है, और शेष राशि पर मेच्योरिटी तक ब्याज मिलता रहता है. लोन का पुनर्भुगतान हो जाने के बाद, गिरवी रखा गया फिक्स्ड डिपॉज़िट डिपॉज़िटर को लौटा दिया जाता है.
- ब्याज दरें और शुल्क:
अन्य अनसिक्योर्ड लोन की तुलना में कम ब्याज दर इस सुविधा का एक महत्वपूर्ण लाभ है. फिक्स्ड डिपॉज़िट कोलैटरल का काम करता है, इसलिए लोनदाता के लिए जोखिम बहुत कम होता है, और फलस्वरूप ब्याज शुल्क कम हो जाते हैं. हालांकि, सबसे अनुकूल विकल्प पाने के लिए यह ज़रूरी है कि आप विभिन्न लोनदाताओं की ब्याज दरों और प्रोसेसिंग फीस की तुलना करें. - अवधि और पुनर्भुगतान:
लोन की अवधि अक्सर फिक्स्ड डिपॉज़िट की शेष अवधि से जुड़ी होती है. उधारकर्ता अधिक EMI के साथ कम अवधि या कम EMI के साथ लंबी अवधि चुन सकते हैं. अपने मासिक बजट के अनुसार पुनर्भुगतान अवधि चुनना महत्वपूर्ण है. - एमरजेंसी फंड संबंधी विचार:
फिक्स्ड डिपॉज़िट पर लोन लेने से पहले, यह देखें कि आपके पास कोई एमरजेंसी फंड है या नहीं. एमरजेंसी फंड अप्रत्याशित खर्चों को कवर कर सकता है, जिससे फिक्स्ड डिपॉज़िट समय से पहले तोड़ने की ज़रूरत से बचाव हो सकता है.
निष्कर्ष यह है कि, फिक्स्ड डिपॉज़िट पर लोन एक उपयोगी फाइनेंशियल सुविधा है जो कम ब्याज दरों पर तुरंत पैसे देती है. हालांकि, उधारकर्ताओं को इस सुविधा का लाभ उठाने से पहले अपनी फाइनेंशियल स्थिति, पुनर्भुगतान क्षमता और फिक्स्ड डिपॉज़िट रिटर्न पर प्रभाव पर सावधानी से विचार करना चाहिए. जानकार निर्णय लेकर आप इस उधार विकल्प से अधिकतम लाभ ले सकते हैं और साथ ही अपनी फाइनेंशियल स्थिरता को सुरक्षित भी रख सकते हैं.